Thursday, January 12, 2012

सक्सेस फॉर्मूला Scccess Formula

आप अपनी जिंदगी में जो भी लक्ष्य निर्धारित करते हैं या जो भी बदलाव चाहते हैं, उनके बारे में अच्छी तरह से विचार कर लें। सोच लें कि आपकी इच्छा क्या है, जिंदगी से आप क्या चाहते हैं, जिंदगी में क्या बनना चाहते हैं। फिर इसको लिख लें। 

दिन में इसे तीन बार पढ़ें और रात को सोते समय नियमित रूप से पढ़ें, ताकि यह आपके चेतन में अच्छी तरह बस जाए। बातचीत के दौरान भी अक्सर यह कहते रहें कि जीवन में आपका उद्देश्य क्या है। ऐसा करने से अपने विचार पर आपको यकीन आ जाएगा, साथ ही आपके रवैये में भी बदलाव नजर आने लगेगा। सफलता के लिए बदलाव जरूरी है। इससे आप सही और असली मुद्दों पर केंद्रित रहना सीख पाएंगे। 

जब लक्ष्य का दृढ़ विश्वास मन में समा जाता है, तो मौकों को पहचानना भी हम सीखने लगते हैं। अवसर हमारे चारों और बिखरे होते हैं और उन अवसरों का लाभ उठाना हमारे हाथ में होता है। सफल व्यक्तियों के लिए मौकों को पहचानना और उनके अनुरूप काम करना अत्यंत जरूरी है। लक्ष्य प्राप्त करने के लिए आपको लंबे समय तक बेहतर काम भी करना होता है, ताकि आप आम आदमी से आगे निकल सकें। लगातार किसी काम को करना सोचने में भले ही आसान लगे, पर वास्तव में उसे करने के लिए दृश्य निश्चय जरूरी है। इसके अलावा अनुशासन के साथ एक रुटीन से काम करना भी आवश्यक है। 

किसी भी लक्ष्य को पाने के लिए कुछ नियमों का पालन करना ही होता है। हम कहते तो हैं कि हमें अपने लक्ष्य पर खरा उतरना है, लेकिन उसके लिए कीमत चुकाने को तैयार नहीं होते। यदि आपको अपने लक्ष्य तक पहुंचने में कठिनाई आ रही हो, तो उसको दूर करने का प्रयास करें। कठिनाइयों का, चुनौतियों का सामना करने का तरीका आपको खुद ही ढूंढ़ना होगा। निर्धारित लक्ष्य तक यदि हम नहीं पहुंच पाते हैं, तो भी लक्ष्य निर्धारण से हमें किसी काम को व्यवस्थित तरीके से करने की प्रेरणा मिलती रहती है, जिसका फायदा हमें जीवन में किसी-न-किसी रूप में मिलता ही है।

समय किसी के लिए नहीं ठहरता। इसलिए जो भी लक्ष्य निर्धारित करें, फटाफट उसके अनुरूप कार्य करना शुरू कर दें। साथ ही लंबे समय तक कड़ी मेहनत करें। इससे जी न चुराएं। जो भी काम करें, उसे पूरा जरूर करें। टालने की आदत आपको पीछे धकेलेगी। यह खुद से झूठ बोलने जैसा होगा। सकारात्मक रवैये के साथ काम करेंगे तो जरूर सफलता प्राप्त करेंगे।

जोगिन्दर सिंह, पूर्व निदेशक, सीबीआई

1 comment:

  1. विश्राम केवल रिटायरमेंट के बाद की चीज़ नहीं है। सक्रियता के दिनों में भी थोड़ा वक्त उसके लिए निकालना चाहिए।

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