Friday, April 1, 2011

हज़रत इमाम हसन (रज़ियाल्लाहु अन्हु) ने कहा

http://www.tebyan.net/islam_features/prophet/ahl_al-bayt/imam_hassan_as/2007/9/25/46834.html
1. तत्वदर्शिता में ऊंचे दर्जे की तत्वदर्शिता तक़वा और कमज़ोरियों में सबसे बड़ी कमज़ोरी बदअख़लाक़ी और बदआमाली है ।

2. मोमिन वह है जो आख़िरत के लिए अच्छे आमाल जमा करे और क़ाफ़िर वह है जो दुनिया के मज़े उड़ाने में लगा रहे।

3. बहादुर वह है जो मुसीबत के वक़्त सब्र और बर्दाश्त से काम ले और आड़े वक्त में पड़ोसी की मदद करे।

4. वह शख़्स सबसे बेहतरीन ज़िंदगी बसर करता है जो अपनी ज़रूरतों के लिए किसी ग़ैर पर भरोसा नहीं रखता।

5. 'करम' का अर्थ है माँगने से पहले देना और मौका और वक्त पर अहसानो सुलूक करना। 
राष्ट्रीय सहारा उर्दू पृष्ठ 7 दिनाँक 31 मार्च 2011

2 comments:

  1. शुक्रिया इन बेहतरीन हदीसों को पेश करने के लिए. अल्लाह कि इबादत उस वक़्त कुबूल है जब उसे अल्लाह मन के इबादत कि जाए.

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