Tuesday, April 5, 2011

नर्मी Softness

अल्लाह के रसूल (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) ने फ़रमाया-
‘जिसे नर्मी न मिली उसे भलाई न मिली।‘ -बुख़ारी
एक दूसरी हदीस में है कि अल्लाह के रसूल (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) ने फ़रमाया-‘अल्लाह नर्म आदत का है, वह नर्मी को पसंद करता है और नर्मी पर वह कुछ देता है जो सख्ती पर या किसी और चीज़ पर नहीं देता।‘
मालूम हुआ कि जहां तक हो सके, सुलूक नर्मी का होना चाहिए। यह और बात है कि कभी सख्ती करना पड़ जाए।

किताब-चालीस हदीस, लेखक-सय्यद हामिद अली 

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